मुस्कान!
- SARANSH
- Oct 15, 2019
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Updated: Dec 30, 2019
मुस्कान!
वो जो उसका चेहरा खिला दे,
वो जो उसे और भी खबसूरत बना दे,
वो जो उसे सबसे अलग कर दे,
मुस्कान वो जो मुझे उसका करदे।
खुशी बस दो इत्र की है, एक
उसके होठों की मुस्कुराहट देखना
दूजी उस मुस्कुराहट की वजह बनना।
मुस्कान!
जो उसे प्यार करने पर मजबूर करदे,
जो चांद को छिपने को मजबूर करदे,
जो चांदनी को अपने पैरो की धूल करदे,
मुस्कान वो जो मुझे उसका करदे,
नापाक इरादे मेरे सारे पाक करदे,
उसे नहीं मालूम कि वो क्या कर दे,
बस जरा सी मुस्कुराहट और महफ़िल - महफ़िल ए जाम करदे।
बस एक मुस्कान जो मुझे उसका करदे।
मुस्कान!
वो जो उसका चेहरा खिला दे,
वो जो उसे और खूबसरत करदे,
मुस्कान जो मुझे उसका करदे।
शेर,
बड़ी खूबसूरत है मुस्कान
उसके चेहरे पर सजती है,
अजी आईना देखता है उसको
वो कहां आईना देखती है।
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