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मैं मिलूं या जो तुमसे मिला था

SARANSH

तो मैं मिलू या जो तुमसे मिला करता था

वहीं मिलू जहां मिला करता था,

बैसे ही जैसे मिला करता था,

काम की बात करू या

वही हसी ठिठोली की बातें करू

जैसे कि किया करता था

दूर से ही देखकर चला जाऊ

या गले लगा लूं जैसे लगाया करता था

हाथ पकड़ कर रास्ते के किनारे कर दूं

और खुद हो जाऊ सड़क पर

तुम्हारी मुस्कान को देख कर अपनी खुशी को दिखाऊं

जैसे दिखाया करता था

बैसे ही मिलूं या फिर जो अब मैं हूं....




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